Lyrics of Lyrics for Veham
रूह तलक उतरा जो अँधेरा
बरसों नज़र आया ना सवेरा
रूह तलक उतरा जो अँधेरा
फैल गया तन्हाई का घेरा
हर यक़ीन खो गया
और गुमान बो गया
अब सर पे तारी वेहम है
यारों की यारी वेहम है
और इश्क़-खुमारी वेहम है
सब वेहम है, वेहम है, वेहम है
अब जिस्म का पिंजर वेहम है
हर दिलकश मंज़र वेहम है
बस ज़ेहन के अंदर वेहम है
सब वेहम है, वेहम है, वेहम है
फानी है, फानी जब सारी दुनिया फानी
तो क्या है जिंदगानी है बेमानी
है जो रवानी ये वक़्त की रवानी
ये काबू में ना आनी है बेमानी
जो दुआ सा मिला
दे गया वो गिला
अब दिल पे भारी वेहम है
हर इक अजारी वेहम है
और दुनियादारी वेहम है
सब वेहम है, वेहम है, वेहम है
अब जिस्म का पिंजर वेहम है
हर दिलकश मंज़र वेहम है
बस ज़हन के अंदर वेहम है
सब वेहम है, वेहम है, वेहम है
माज़ी से खफा होना
फ़र्दा से जुड़ा होना
यूँ होने से बेहतर है
इक रोज़ फना होना
ज़र्रे के बराबर बस
इस ज़ीस्त की क़ीमत है
हस्ती का हक़ीर होना
हाय क्या अज़ीयत है
हाय क्या अज़ीयत है
हाय क्या अज़ीयत है
जो मिली है सजा
मर्ज़ है ला-दवा
अब दर्द-शुमारी वेहम है
बेजा खुद्दारी वेहम है
जो उम्र गुजारी वेहम है
सब वेहम है, वेहम है, वेहम है
अब जिस्म का पिंजर वेहम है
हर दिलकश मंज़र वेहम है
बस ज़हन के अंदर वेहम है
सब वेहम है, वेहम है, वेहम है