Lyrics of Lyrics For Parda Daari
तू है मेरा मैं तेरी
फिर कहे की परदा दारी है
रंग तेरा
हो रंग तेरा ऐसा चड्ढा के
मेरे रंग पे भारी है
रंग तेरा ऐसा चड्ढा के
मेरे रंग पे भारी है
बेवजह ही तो नहीं है
मेरा तुम्पे मरना
मैं दीवाना हो गया हूं
कह रही है दुनिया
तेरा मेरा वस्ता है सदियों का
मेरे लिए तू हवा का मीठा झोंका
तेरे बिना सुबह होती है कहीं
और दिन कहीं है ढालता
हो तू है मेरी मैं तेरा
फिर कहे की परदा दारी है
रंग तेरा
हो रंग तेरा ऐसा चड्ढा के
मेरे रंग पे भारी है
रंग तेरा ऐसा चड्ढा के
मेरे रंग पे भारी है
तू ही तू इरादों में
मंसूबों में मेरे शमिल
पूरी कायनात में
एक तू ही है मेरा काबिल
हो तुझको पालकों पे बिठौन
के तुझे यादों में सजौन
ख्यालातों में जज़बातों में
तेरा अक्स में छुपाऊं
तेरे बिना सुबह होती है कहीं
और दिन कहीं है ढालता
हो तू है मेरी में तेरा
फिर कहे की परदा दारी है
रंग तेरा
हो रंग तेरा ऐसा चड्ढा के
मेरे रंग पे भारी है
रंग तेरा ऐसा चड्ढा के
मेरे रंग पे भारी है
जनमन के डोरे से बंधा है
प्यार का ये बंधन
तेरी ही धुन गाता रहता है
बंजारा मेरा मन
हो तुझको सांसें नजराना दून
के में तुझपे जान वरुण
तेरे दिल को जीत लूं मैं
तुझपे सारी दुनिया हारून
तेरे बिना सुबह होती है कहीं
और दिन कहीं है ढालता
हो तू है मेरी में तेरा
फिर कहे की परदा दारी है
रंग तेरा
हो रंग तेरा ऐसा चड्ढा के
मेरे रंग पे भारी है
रंग तेरा ऐसा चड्ढा के
मेरे रंग पे भारी है