Lyrics of Lyrics For Hari Har
रक्तपात रक्तपात देहके
शक्तिपात शक्तिपात चमके
ऐसा एक पृथ्वीराज
जैसे गोकुल में हो मोहन
ऐसा एक पृथ्वीराज
जैसे कुरुक्षेत्र में अर्जुन
ऐसा एक पृथ्वीराज
जैसे गोकुल में हो मोहन
ऐसा एक पृथ्वीराज
जैसे कुरुक्षेत्र में अर्जुन
ऐसा एक पृथ्वीराज
जैसी लंका में दशानन
ऐसा एक पृथ्वीराज
जैसे रावण को राम सातवन
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
हर हर हर पृथ्वीराज
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
जियो राज पृथ्वीराज
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
हर हर हर पृथ्वीराज
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
जियो राज पृथ्वीराज
हो अटल अचल पर्वत वो हिमालय
नीव से जो दुल जावे
सत्य की राह जो त्यागे युधिष्ठिर
सागर लंघ लगावे
जो पश्चिम में सूरज उग कर
पूरब में डूब जावे
जो धरती के बोझ से
शेष नाग झुक जावे
जो शंकर छोड़े भवानी
ब्रह्म वेद को रत्न
जो यह संभव होवे तो छान में
पृथ्वीराज करके दिखावे
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
हर हर हर पृथ्वीराज
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
जियो राज पृथ्वीराज
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
हर हर हर पृथ्वीराज
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
जियो राज पृथ्वीराज
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
हर हर हर पृथ्वीराज
रक्तपात रक्तपात देहके
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
जियो राज पृथ्वीराज
शक्तिपात शक्तिपात चमके
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
हर हर हर पृथ्वीराज
हरि हरि हर हर हरि हर हरि हर
जियो राज पृथ्वीराज